NCERT Solutions for Class 4 Hindi Rimjhim Chapter – 1 Man Ke Bhole-Bhale Badal Questions and Answers
तुम्हारी समझ से
कभी कभी जिद्दी बन करके
बाढ़ नदी-नालों में लाते
(क) बादल नदी-नालों में बाढ़ कैसे लाते होंगे?
उत्तर: बादलो के नदी-नालों में बाढ़ लाने का कारण मुख्य रूप से अधिक वर्षा या बारिश होती है, जिससे नदियों और नालों का पानी बढ़ जाता है। जब बादलों में पानी अधिक मात्रा में इकट्ठा होता है, तो वह भारी वर्षा के रूप में पृथ्वी पर गिरता है।
नहीं किसी की सुनते कुछ भी
ढोलक-ढोल बजाते बादल
(ख) बादल ढोल कैसे बजाते होंगे?
उत्तर: बदल बरसने से पहले तेज आवाज करते है, जो बादलों के आपस में टकराने से होती है , जिसे सुकर ऐसा लगता है जैसे बादल ढोल बजा रहें हों।
कुछ तो लगते हैं तूफ़ानी
कुछ रह-रह करते शैतानी
(ग) बादल कैसी शैतानियाँ करते होंगे?
उत्तर: बादल शैतानियाँ करते होंगे कभी अचानक अंधेरा करके, कभी तेज़ हवा चलाकर, कभी तरह–तरह की आवाजें निकलकर और कभी–कभी भारी वर्षा करके।
कैसा-कौन
उत्तर:
कविता से आगे
(क) तूफ़ान क्या होता है? बादलों को तूफ़ानी क्यों कहा गया है?
उत्तर: तूफान एक विशेष प्रकार का प्राकृतिक प्रकोप होता है जो जलवायु में तेज़ हवाओं के कारण उत्पन्न होता है। बादलों को तूफ़ानी कहा गया है क्योंकि कभी-कभी ये बादल तेज़ हवा या आंधी के साथ भारी बारिश भी बरसाते है।
(ख) साल के किन-किन महीनों में ज्यादा बादल छाते हैं?
उत्तर: भारत में ज्यादातर बादल गर्मी के महीनों, अप्रैल से जून और जुलाई से सितंबर के बीच, होते हैं।
(ग) कविता में ‘काले’ बादलों की बात की गई है। क्या बादल सचमुच काले होते हैं?
उत्तर: नहीं, बादल आमतौर पर हल्के ग्रे या नीले रंग के होते हैं। इनमें धूल और जल की रूपरेखा के कारण समय-समय पर काले बादल भी दिखाई दे सकते हैं।
(घ) कक्षा में बातचीत करो और बताओ कि बादल किन-किन रंगों के होते हैं।
उत्तर: कक्षा में बातचीत करने पर ये पता चला कि बादल नीले, आसमानी, सफ़ेद, ग्रे, और कभी-कभी हल्के गुलाबी और काले-काले भी दिखाई देते है। लेकिन असल में बादलों का रंग नीला ही होता है।
कैसे-कैसे बदल
(क) तरह-तरह के बादलों के चित्र बनाओ।
उत्तर:
(ख) कविता में बादलों को ‘भोला’ कहा गया है। इसके अलावा बादलों के लिए और कौन-कौन से शब्दों का इस्तेमाल किया गया है? नीचे लिखे अधूरे शब्दों को पूरा करो।
उत्तर:
म……………… – मतवाले
ज़ि……………… – ज़िद्दी
शै……………… – शैतानी
तू……………… – तूफ़ानी
बारिश की आवाज़ें
कुछ अपने थैलों से चुपके झर-झर-झर बरसाते पानी
पानी के बरसने की आवाज है झर-झर-झर! पानी बरसने की कुछ और आवाजें लिखो।
उत्तर: पानी बरसने की कुछ और आवाजें हैं :–
छम-छम-छम
टप-टप-टप
झमा-झम
टिप-टिप-टिप
रिमझिम-रिमझिम
छर-छर-छर
कैसे-कैसे पेड़
बादलों की तरह पेड़ भी अलग-अलग आकार के होते हैं। कोई बरगद-सा फैला हुआ और कोई नारियल के पेड़ जैसा ऊँचा और सीधा। अपने आसपास अलग-अलग तरह के पेड़ देखो। तुम्हें उनमें कौन-कौन से आकार दिखाई देते हैं। सब मिलकर पेड़ों पर एक कविता भी तैयार करो।
उत्तर: हमें भी अलग-अलग तरह के आकार के पेड़ दिखाई दिए जैसे – कुछ पेड़ विस्तृत और छायादार थे, जैसे कि बरगद और नीम, जबकि कुछ पेड़ सीधे और ऊँचे थे, जैसे नारियल और खजूर का पेड़। साथ ही, कुछ पेड़ छोटे और फैले हुए थे, जैसे कि चाँदनी और गुलाब। यह सभी आकार और संरचनाएँ प्रकृति की विविधता का प्रतिनिधित्व करती हैं और हमारे पर्यावरण को सुंदरता से भर देती हैं।
पेड़ों पर एक कविता ➖1
पेड़ वो दोस्त हमारे, विश्वासी और सच्चे,
जीवन के उपहार, जो हैं नित सबके पासे।
बरगद की छाया से हर गर्मी को ठंडक,
नीम की पत्तियों से हर बीमारी का अंजाम।
नारियल का स्वाद, खजूर की मिठास,
देते हैं सबको सेहतमंद और सुगंध।
चाँदनी के फूल, गुलाब की खुशबू,
बदल देते हैं हमारी दुनिया की सुंदरता की दृष्टि।
पेड़ हैं अनमोल, हमारे पर्यावरण की शोभा,
सबको बांधे हैं एक साथ, उनकी महिमा की गाथा।
पेड़ों पर एक कविता ➖2
वृक्षों की शान, अमृत धारा।
फलों की बेला, हरित आभा।
फूलों की खुशबू, प्रेम आसरा।
छाया का साया, जीवन विहारा।
पर्यावरण की रक्षा, हर दिन विचारा।
पेड़ों के बिना, न कोई संसार।
प्राकृतिक संतुलन, वृक्षों की विचारा।
हरियाली की रानी, पेड़ हमारा प्यारा।