Rakt Aur hamara sharir Questions and Answers Class 7
अभ्यास
पाठ से—
प्रश्न 1. रक्त के बहाव को रोकने के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर – रक्त के बहाव को रोकने के लिए जल्दी से डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। ज़रूरत समझने पर ऐसी स्थिति से निपटने के लिए कुछ टॉंके भी लगाने पड़ सकते हैं, किंतु डॉक्टर के पास पहुॅंचने तक के समय में चोट के स्थान पर कसकर एक साफ़ कपड़ा बॉंध देना चाहिए। दबाव पड़ने से रक्त का बहना कम हो जाता है।
प्रश्न 2. खून को ‘भानुमती का पिटारा’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर – खून को ‘भानुमती का पिटारा’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि खून दिखने में लाल द्रव के समान दिखता है, पर इसे सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखे तो इसके दो भाग होते हैं। एक भाग वह जो तरल है, जिसे हम प्ला़ज्मा कहते हैं। दूसरा, वह जिसमें छोटे-बड़े कई तरह के कण होते हैं… कुछ लाल, कुछ सफेद और कुछ ऐसे जिनका कोई रंग नहीं है, जिन्हे बिंबाणु (प्लेटलैट कण) कहते हैं। ये कण प्लाज़्मा में तैरते रहते हैं।”
प्रश्न 3. एनीमिया से बचने के लिए हमें क्या-क्या खाना चाहिए।
उत्तर – एनीमिया से बचने के लिए हमें पोस्टिक आहार, हरी सब्जियां, फल, दूध, अंडे और गोश्त उपयुक्त मात्रा में खाना चाहिए।
प्रश्न 4. पेट में कीड़े क्यों हो जाते हैं इन से कैसे बचा जा सकता है?
उत्तर – पेट में कीड़े दूषित जल और कई खाद-पदार्थों द्वारा हो जाते हैं और एक किस्म के कीड़े हैं, जिनके अंडे जमीन की ऊपरी सतह में पाए जाते हैं। उन अंडों से उत्पन्न हुए लार्वे त्वचा के रास्ते शरीर में प्रवेश कर अंतों में अपना घर बना लेते हैं। इनसे बचने के लिए हमें साफ जल पीना चाहिए, पोस्टिक खाद-पदार्थ ही लेने चाहिए, खुले में शौच नहीं जाना चाहिए, और नंगे पैर नहीं घूमना चाहिए।
प्रश्न 5. रक्त के सफ़ेद कणों को ‘वीर सिपाही’ क्यों कहा गया है?
उत्तर - रक्त के सफ़ेद कणों को वीर सिपाही इसलिए कहा गया है क्योंकि जब रोगाणु शरीर में धावा करने की कोशिश करते हैं, तो सफेद कण उनसे डटकर मुकाबला करते हैं और उन्हें शरीर से बाहर निकालने की भरपूर कोशिश करते हैं। जहॉं तक संभव हो पाता है रोगाणुओं को भीतर घर नहीं करने देते। बस, संक्षेप में यों मान लो कि वे बहुत से रोगों से हमारी रक्षा करते हैं।
प्रश्न 6. ब्लड-बैंक में रक्तदान से क्या लाभ है?
उत्तर – ब्लड-बैंक में रक्तदान करने से कई जरूरतमंदों को जरूरत पड़ने पर विविध प्रकार का रक्त समूह मिल पाएगा। हर व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए ताकि ब्लड-बैंक में रक्त की कमी ना रहे तथा आपात स्थिति में सबको रक्त मिल पाए।
प्रश्न 7. सांस लेने पर शुद्ध वायु से जो ऑक्सीजन प्राप्त होती है उसे शरीर के हर हिस्से में कौन पहुंचाता है–
सफेद कण लाल कण सॉंस नली फेफड़े |
उत्तर – लाल-कण ।
पाठ से आगे—
प्रश्न 1. रक्त में हीमोग्लोबिन के लिए किस खनिज की आवश्यकता पड़ती है–
जस्ता शीश लोहा प्लैटिनम |
उत्तर – लोहा ।
प्रश्न 2. विंबाणु (प्लेटलैट कण) की कमी किस बीमारी में पाई जाती है–
टाइफाइड मलेरिया डेंगू फ़ाइलेरिया |
उत्तर – डेंगू ।
भाषा की बात—
प्रश्न 1. (क) चार महीने के होते-होते ये नष्ट हो जाते हैं–
- इस वाक्य को ध्यान से पढ़िए। इस वाक्य में ‘होते-होते’ के प्रयोग से यह बताया गया है कि चार महीने से पूर्व ही यह नष्ट हो जाते हैं। इस तरह के पॉंच वाक्य बनाइए जिनमें इन शब्दों का प्रयोग हो–
बनते-बनते, पहुॅंचते-पहुॅंचते, लेते-लेते, करते-करते |
उत्तर –
बनते-बनते | रमेश का काम बनते-बनते बिगड़ गया। |
पहुॅंचते-पहुॅंचते | स्टेशन पहुॅंचते-पहुॅंचते ही ट्रेन चली गई। |
लेते-लेते | राम का नाम लेते-लेते ही उसकी मृत्यु हो गयी। |
करते-करते | वह अपना काम करते-करते परेशान हो गया। |
(ख) इन प्रयोगों को पढ़िए–
सड़क के किनारे-किनारे पेड़ लगे हैं। आज दूर-दूर तक वर्षा होगी। |
- इन वाक्यों में ‘होते-होते’ की तरफ ‘किनारे-किनारे’ और ‘दूर-दूर’ शब्द दोहराए गए हैं। पर हर वाक्य में अर्थ भिन्न है। किनारे-किनारे का अर्थ है- किनारे से लगा हुआ और दूर-दूर का बहुत दूर तक।
- आप भी निम्नलिखित शब्दों का प्रयोग करते हुए वाक्य बनाइए और उनके अर्थ लिखिए–
ठीक-ठीक, घड़ी-घड़ी, कहीं-कहीं, घर-घर, क्या-क्या |
उत्तर –
ठीक-ठीक अर्थ |
घड़ी अब ठीक-ठीक काम कर रही है। पहले से सही कार्य कर रही है। |
घड़ी-घड़ी अर्थ |
सीता राम को घड़ी-घड़ी सताती है। हर पल, हार क्षण या हरदम |
कहीं-कहीं अर्थ |
कल कहीं-कहीं ही वर्षा हुई थी। किसी-किसी जगह पर |
घर-घर अर्थ |
उसकी आत्महत्या की खबर घर-घर फैल गई है। हर जगह या सभी घर में |
क्या-क्या अर्थ |
एक गरीब आदमी को अपने परिवार के लिए क्या-क्या नहीं करना पड़ता है। पता लगाना। |
प्रश्न 2. इस पाठ में दिए गए मुहावरे और कहावतें को पढ़िए और वाक्यों में प्रयोग कीजिए–
भानुमती का पिटारा, दस्तक देना, धावा बोलना, घर करना, पीठ ठोकना |
उत्तर –
मुहावरे | मुहावरे के अर्थ | वाक्यों में प्रयुक्त मुहावरे |
भानुमती का पिटारा | कई प्रकार की चीजें | मनुष्य के शरीर में खून की एक बूंद ही भानुमती का पिटारा है। |
दस्तक देना | आना | आज अचानक से ही मेरे मित्र ने मेरे घर में दस्तक दे दी। |
धावा बोलना | हमला करना | देखते ही देखते भारतीय सेना ने पाक सेना पर धावा बोल दिया। |
घर करना | मन में कोई बात बैठ जाना | परीक्षा में फेल होने की खबर, उसके घर कर गई। |
पीठ ठोकना | शाबाशी देना | परीक्षा में प्रथम आने पर परिवार के सभी सदस्यों ने राम की पीठ ठोकी। |
कुछ करने को—
प्रश्न 1. अपने परिवार के 18 वर्ष से 50 वर्ष तक की आयु वाले सभी सदस्य को रक्तदान के लिए प्रेरित कीजिए और समय आने पर स्वयं भी रक्तदान करने का संकल्प लीजिए।
उत्तर – रक्तदान करना एक महत्वपूर्ण व विशेष कार्य है। मैं 18 वर्ष से 50 वर्ष तक की आयु वालो को यह कहना चाहता हूॅं कि रक्तदान करने से कई रक्त जरूरतमंदों को मदद मिलेगी। इसलिए मैं 18 वर्ष से 50 वर्ष तक की आयु वालों को निवेदन करता हूॅं कि वह रक्तदान करें और समय आने पर मैं स्वयं भी रक्तदान करने का संकल्प लेता हूॅं।
प्रश्न 2. शरीर-रचना का चित्र देखकर उसमें रक्त-संचार क्रिया को ठीक-ठीक समझिए।
उत्तर – रक्त एक लाल रंग का द्रव है। यह प्लाज्मा और कई रक्त कणों से मिलकर बनता है।कुछ लाल, कुछ सफेद, और कुछ ऐसे जिनका कोई रंग नहीं, जिन्हें बिंबाणु (प्लेटलैट कण) कहते हैं। यह कण प्लाज़्मा में तैरते रहते हैं। प्लाज़्मा की वजह से ये सारे कण शरीर में पहुॅंच पाते हैं, रक्त पोषक तत्वों को शरीर के अन्य अंगों तक पहुंचाने का काम भी प्लाज़्मा करता है तथा पाचन क्रिया के बाद हानिकारक पदार्थों को मलत्याग अंगों तक पहुंचाने का काम भी यही करता है। इस पूरी प्रकिया को रक्त संचार प्रक्रिया कहते हैं।
प्रश्न 3. नीचे दिए गए प्रश्नों के बारे में जानकारी एकत्र कीजिए–
(क) ब्लू बेबी क्या है?
(ख) रक्त के जमाव की क्रिया में बिंबाणु (प्लेटलैट) का कार्य क्या है?
(ग) रक्तदान के लिए कम-से-कम कितनी उम्र होनी चाहिए?
(घ) कितने समय बाद दोबारा रक्तदान किया जा सकता है?
(ड़) क्या स्त्री का रक्त पुरुष को चढ़ाया जा सकता है?
उत्तर –
(क) खून की कमी से पीड़ित बच्चों को ब्लू बेबी कहा जाता है।
(ख) रक्त के जमाव की क्रिया में बिंबाणु (प्लेटलैट) महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब शरीर में चोट लगती है, तो रक्त के तरल भाग में प्लाज़्मा में एक विशेष किस्म की प्रोटीन होता है जो रक्त वाहिका की कटी-फटी दीवार में मकड़ी के जाले कि तरह एक जाला बुन देती है। बिंबाणु इस जाले से चिपक जाते है और इस तरह दीवार मैं आई दरार भर जाती है, जिससे खून का बाहर निकलना बंद हो जाता है।
(ग) रक्तदान के लिए कम से कम 18 वर्ष उम्र होनी चाहिए।
(घ) तीन महीनों बाद दोबारा रक्तदान किया जा सकता है।
(ड़) हॉं, स्त्री का रक्त पुरुष को चढ़ाया जा सकता है।
प्रश्न 4. शरीर के किसी अंग में अचानक रक्त संचार रुक जाने से क्या-क्या परिस्थितियॉं उत्पन्न हो सकती है?
उत्तर – शरीर के किसी अंग में अचानक रक्त संचार रुक जाने से कई प्रकार की परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती है, जैसे :-
लकवा लग सकता है।
वह अंग सूख सकता है।
वह भाग निष्क्रिय हो सकता है।
उस भाग में जहर भी फैल सकता है।
बीमारियां बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।
उसे काटने की नौबत भी आ सकती है, आदि।