NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2 दादी माँ प्रश्न और उत्तर

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2 “Dadi Maa” provides students with a comprehensive set of questions and answers related to the story of a grandmother and her grandson. This chapter is part of the Hindi textbook for Class 7 students and is designed to improve their language skills, comprehension, and critical thinking abilities.

The questions in the NCERT Solutions cover a wide range of topics, including character analysis, theme identification, and language usage. The answers provided in the NCERT Solutions are written in a simple and easy-to-understand language, making it easier for students to grasp the concepts and improve their Hindi skills. By using the NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2, students can gain a better understanding of the story of Dadi Maa and enhance their overall learning experience.

Dadi Maa Questions and Answers Class 7

कहानी से —

प्रश्न 1. लेखक को अपनी दादी मॉं की याद के साथ-साथ बचपन की और किन-किन बातों की याद आ जाती है?

उत्तर – लेखक को अपनी दादी मॉं की याद के साथ-साथ अपने बचपन और अपने गॉंव की बहुत सी यादें ताज़ा हो जाती है । लेखक को याद आ रहा था कि उसके गॉंव के चारों ओर पानी ही पानी हिलोरें ले रहा था । दूर के सिवान से बहकर आए हुए मोथा और साईं की अधगली घासें, घेऊर और बनप्याज़ की जड़े तथा नाना प्रकार की बरसाती घासों के बीच, सूरत की गर्मी में खौलते हुए पानी में सड़कर एक विचित्र गंध छोड़ रहे थे और लेखक को यह तक याद था कि गॉंव के रास्तों में कीचड़ सूख गया था, गांव के लड़के किनारों पर झागभरे तालाबों में धमाके से कूद रहे थे । आषाढ़ के मौसम में आम, जामुन, चिउड़ा, गुड़ और चैत के दिनों में लाए के साथ गुड़ की पट्टी, तथा क्वार के दिनों में गंधपूर्ण झागभरे जल में कूदना फिर थोड़ा-थोड़ा ज्वर हो जाना । बाद में बीमार होने पर दादी मां का दिन-रात ख्याल रखना, आदि की यादें आ गई ।

प्रश्न 2. दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति खराब क्यों हो गई थी?

उत्तर – दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति खराब इसलिए हो गई क्योंकि पिताजी ने दादी मॉं की बात ना मानते हुए धन का गलत इस्तेमाल किया, अपने गलत संगति वाले मित्रों के साथ सारा धन बर्बाद कर दिया तथा दादा की मृत्यु के श्राद्ध में पिताजी ने अतुल संपत्ति खर्च कर दि ।

प्रश्न 3. दादी मॉं के स्वभाव का कौन सा पक्ष आपको सबसे अच्छा लगता है और क्यों?

उत्तर – दादी मां के स्वभाव का परोपकारी, सरल स्वभाव, प्यार व ममता आदि पक्ष हमें सबसे अच्छा लगता है । क्योंकि भले ही उनके शब्द कड़वे हो परंतु वह हमेशा अपने दिल में सभी के लिए प्यार वह इज्जत रखती थी और हमेशा अपने घर की आर्थिक स्थिति में सहायता करने की मदद करती थी ।

कहानी से आगे —

प्रश्न 1. आपने इस कहानी में महीनों के नाम पढ़े जैसे– क्वार, आषाढ़, माघ‌ । इन महीनों में मौसम कैसा रहता है, लिखिए ।

उत्तर – क्वार : क्वार के महीनों में ना ही तो ज्यादा गर्मी होती है और ना ही ज्यादा सर्दी होती है । इस महीने मौसम साफ़ रहता है ।

आषाढ़ : आषाढ़ के महीनों में ज्यादा गर्मी होती है । इस महीने आंधी तूफान युक्त वातावरण होता है, मतलब ज्यादा वर्षा होती है ।

माघ : माघ के महीनों में ज्यादा सर्दी होती है और कभी-कभी वर्षा भी हो जाती है ।

प्रश्न 2. ‘अपने-अपने मौसम की अपनी-अपनी बातें होती है’ – लेखक के इस कथन के अनुसार यह बताइए कि किस मौसम में कौन-कौन सी चीजें विशेष रूप से मिलती है?

उत्तर – लेखक के अनुसार– 

(i) आषाढ़ के महीनों में आम-जामुन, ककड़ी आदि चीजें मिलते हैं ।

(ii) क्वार के महीनों में खरबूजे,तरबूज मिलते हैं ।

(iii) चैत्र के महीने में संतरा, केले और

(iv) माघ के महीने में रेवड़ी, गज्जक, गाजर, मूंगफली आदि विशेष रूप से मिलते हैं ।

अनुमान और कल्पना —

प्रश्न 1. इस कहानी में कई बार ऋण लेने की बात आपने पढ़ी । अनुमान लगाइए, किन किन परिवारिक परिस्थितियों में गांव के लोगों को ऋण लेना पड़ता होगा और यह उन्हें कहां से मिलता होगा? बड़ों से बातचीत कर इस विषय में लिखिए ।

उत्तर – गांव के लोगों को कई परिस्थितियों में ऋण लेना पड़ता है जैसे कि :– 

(क) फसल उगाने हेतु । 

(ख) पशु (भेड़-बकरी) खरीदने के लिए ।

(ग) मकान बनवाने हेतु ।

(घ) पुत्र या पुत्री की उच्च शिक्षा के लिए ।

(ड़) शादी विवाह के लिए ।

(च) मरण के श्राद्ध के लिए ।

(छ) आदि विभिन्न कार्यक्रमों के लिए ।

यह ऋण गांव वासी अपने गांव के सेठ-साहूकारों व जमींदारो से मिलता है परंतु वह बहुत ज्यादा ब्याज मानते थे इसलिए उन पर बहुत कर्जा चल जाता था परंतु अब वो बैंकों से सस्ते में ऋण ले सकते हैं ।

प्रश्न 2. घर पर होने वाले उत्सवों/समारोहों में बच्चे क्या-क्या करते हैं । अपने और अपने मित्रों के अनुभवों के आधार पर लिखिए ।

उत्तर – घर पर होने वाले उत्सव समारोह में बच्चे घर के सजावट में मदद करते हैं, फिर नए नए कपड़े पहन कर उस उत्सव में आनंद लेते हैं, थोड़ी बहुत शरारत भी करते हैं, नाच-गाना, मौज-मस्ती भी चलती है और और उत्साह का खुल के आनंद लेते हैं ।

भाषा की बात —

प्रश्न 1. नीचे दी गई पंक्तियों पर ध्यान दीजिए –

ज़रा-सी कठिनाई पढ़ते

अनमना-सा हो जाता है 

सन-से सफे़द

• समानता का बोध कराने के लिए सा, सी, से का प्रयोग किया जाता है । ऐसे पॉंच और शब्द लिखिए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए ।

उत्तर – (क) जल से जीवन – धरती पर सभी जीवित व्यक्ति का जल से ही जीवन है ।

(ख) कठोर सी परीक्षा – आर्मी में भर्ती होने के लिए कठोर सी परीक्षा देनी पड़ती है ।

(ग) दब दबा सा – शहर में गुना ना हो इसके लिए पुलिस शहर में दब दबा सा बनाए रखती है ।

(घ) ज्यों से त्यों – मैंने स्कूल से आने के बाद अपना काम ज्यों से त्यों ही कर लिया ।

(ड़) सागर सा गहरा – गौतम बुद्ध का ज्ञान सागर सा गहरा था ।

प्रश्न 2. कहानी में ‘छू-छूकर ज्वर का अनुमान करतीं, पूछ-पूछ कर घरवालों को परेशान कर देतीं’ – जैसे वाक्य आए हैं । किसी क्रिया को जोर देकर कहने के लिए एक से अधिक बार एक ही शब्द का प्रयोग होता है । जैसे वहॉं जा-जाकर थक गया, उन्हें ढूंढ-ढूंढकर देख लिया । इस प्रकार के पॉंच वाक्य बनाइए ।

उत्तर – (क) सिपाही अपने लक्ष्य की तरफ धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं ।

(ख) जिंदगी में सफल होने के लिए कदम-कदम पर संघर्ष करने पड़ते हैं ।

(ग) जो व्यक्ति जीत-जीतकर भी दूसरों की खुशी में खुश नहीं होता, उसे कभी खुशी प्राप्त नहीं होगी ।

(घ) जो व्यक्ति अपने जीवन में मेहनत करते-करते थकता नहीं, उसे अपना लक्ष्य जरूर प्राप्त होता है ।

(ड़) वह पढ़ते-पढ़ते अपनी दुनिया में ही खो गया ।

 प्रश्न 3. बोलचाल में प्रयोग होने वाले शब्द और वाक्यांश ‘दादी मॉं’ कहानी में हैं । इन शब्दों और वाक्यांशों से पता चलता है कि यह कहानी किसी विशेष क्षेत्र से संबंधित है । ऐसे शब्दों और वाक्यांशों में क्षेंत्रीय बोलचाल की खूबियां होती हैं । उदाहरण के लिए – निकसार, बरह्मा, उरिन, चिउड़ा, छॉंका इत्यादि शब्दों को देखा जा सकता है । इन शब्दों का उच्चारण अन्य क्षेत्रीय बोलियों में अलग ढंग से होता है, जैसे – चिउड़ा को चिड़वा, चूड़त्र, पोहा और इसी तरह छौंका को छौंक, तड़का भी कहा जाता है । निकसार, उरिन और बरह्मा पर शब्द क्रमशः निकास, उऋण और ब्रह्मा शब्द का क्षेत्रीय रूप हैं । इस प्रकार के दस शब्दों को बोलचाल में उपयोग होने वाली भाषा/बोली से एकत्र कीजिए और कक्षा में लिखकर दिखाइए ।

उत्तर – 

  बोली में प्रयुक्त शब्द                              मानक रूप
(i) पग                            –                       पद
(ii) मूरत                          –                      मूर्ति
(iii) आगू                         –                      आगे
(iv) चंदा                         –                      चॉंद
(v) चैत                           –                      चैत्र
(vi) जोगी                        –                     योगी
(vii) मामू                         –                     मामा
(viii) भगती                      –                     भक्ति
(ix) निम्मक                      –                     नमक
(x)  कातिक                     –                     कार्तिक        

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